HDFC बैंक, जो देश का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक है, उसने अपने 30 वर्षों से भी अधिक के सफर में पहली बार 1:1 बोनस शेयर देने की घोषणा करके निवेशकों को एक बड़ा सरप्राइज दे दिया जो जो निवेसकों के लिए सोनव पे सुहागा है । यह ऐलान 19 जुलाई 2025 को हुआ, और साथ में ₹5 प्रति शेयर का विशेष अतरिक्त लाभ भी घोषित किया गया है। ये दोनों कदम निवेशकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। आइए इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं।

A big Gift For Share Holder
बोनस इश्यू को आप एक तरह से कंपनी द्वारा अपने पुराने शेयरधारकों को “रिटर्न गिफ्ट” कह सकते हैं। इसमें कंपनी अपने रिज़र्व से मुफ्त में अतिरिक्त शेयर देती है।
HDFC बैंक ने 1:1 बोनस का ऐलान किया है – यानी हर 1 शेयर पर 1 और शेयर मुफ्त मिलेगा।इसका मतलब यह है कि शेयरधारकों की होल्डिंग दोगुनी हो जाएगी, जिससे बाजार में शेयर की उपलब्धता बढ़ेगी और नए, छोटे निवेशकों के लिए भी शेयर खरीदना आसान होगा। हालांकि शेयर की कीमत पहले जैसी नहीं रहेगी (क्योंकि वह समायोजित होगी), लेकिन दीर्घकाल में इसकी वैल्यू ग्रोथ की संभावना अधिक है।
बोनस इश्यू क्या होता है?
बोनस इश्यू का मतलब होता है कंपनी द्वारा फ्री में शेयर देना — यह कोई कैश पेमेंट नहीं होता, बल्कि निवेशकों की हिस्सेदारी में वृद्धि होती है। HDFC बैंक का यह 1:1 बोनस को दर्शाता है कि हर ₹1 फेस वैल्यू के शेयर पर एक और शेयर का बोनस मिलेगा।
यह प्रक्रिया शेयरधारकों को फायदा पहुंचाने के साथ साथ शेयर में ज्यादा (liquidity) बनाने के उद्देश्य से की जाती है। साथ ही, छोटे निवेशक शेयर को खरीदने के लिए खरीदने के लिए उत्साहित होते है क्योंकि कीमत कम दिखेगी लेकिन मूल्य वही रहेगा।
लकिन इसका फायदा यह होगा की निवेशकों के पास ज्यादा शेयर होंगे, जिससे भविष्य में जब शेयर की कीमत बढ़ेगी, तब कुल रिटर्न भी अधिक मिलेगा। जिससे निवेसक ज्यादा मुनाफा कमा सकते है
How is HDFC बैंक का बोनस इश्यू specia
यह बोनस इश्यू इसलिए खास है क्योंकि HDFC बैंक ने अपने पूरे इतिहास में पहली बार ऐसा किया है। पहले बैंक ने केवल स्टॉक स्प्लिट किया था – 2011 और 2019 में। लेकिन बोनस इश्यू एक और बड़ा लेवल है, जो बैंक की वित्तीय मजबूती को साबित करता है। और रिटेल इन्वेस्टर्स को निवेश करने का मौका देता है
FY26 की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा ₹18,155 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल 12% अधिक है। साथ ही HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में हिस्सेदारी बेचकर बैंक ने ₹10,000 करोड़ जुटाए हैं, जिससे इसकी कैश स्थिति और मजबूत हुई है।
बैंक की लोन बुक ₹26.53 लाख करोड़ पहुंच गई है और जमा राशि ₹27.64 लाख करोड़ — यह दिखाता है कि बैंक अपने प्रदर्शन में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
यह बोनस स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि बैंक अपने 36 लाख से अधिक खुदरा निवेशकों और 48.84% हिस्सेदारी रखने वाले विदेशी संस्थागत निवेशकों को प्राथमिकता देता है तथा उनके हितों के लिए कार्य करने को प्रतिबद्ध है।
Special interim dividend
जहां बोनस से निवेशकों को शेयरों में बढ़ोतरी मिली, वहीं HDFC बैंक ने ₹5 प्रति शेयर का विशेष अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है, जो 500% रिटर्न है ₹1 अंकित मूल्य पर।
रिकॉर्ड डेट: 25 जुलाई, 2025
भुगतान की तारीख: 11 अगस्त 2025 तक हो सकती है
FY25 में पहले ही बैंक ₹22 प्रति शेयर का लाभांश दे चुका है। ऐसे में FY26 की शुरुआत में ही इतना बड़ा लाभांश एक बेहतरीन संकेत है उन निवेशकों के लिए जो डिविडेंड इनकम पर फोकस करते हैं।
What does this mean to investors?
इस ऐलान से निवेशकों के पास शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। इससे बाजार में शेयर की तरलता बढ़ेगी और अधिक निवेशक इसमें रुचि दिखाएंगे। हालांकि, कीमत समायोजित हो सकती है लेकिन दीर्घकालिक नजरिए से यह लाभकारी साबित होगा।
बेशक, कुछ चुनौतियाँ भी बनी हुई हैं – जैसे कि बैंक के ग्रॉस NPA में 1.40% की वृद्धि और ₹14,441.63 करोड़ का प्रावधान बढ़ना। मगर ये अल्पकालिक मसले हैं और HDFC बैंक की बुनियाद इतनी मजबूत है कि निवेशकों को इनसे घबराने की ज़रूरत नहीं है।
Final Though
HDFC बैंक का यह पहला बोनस इश्यू और साथ में दिया गया विशेष लाभांश एक ऐतिहासिक और निवेशक-हितैषी निर्णय है। यह केवल वित्तीय मजबूती का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बैंक अपने शेयरधारकों के लिए मूल्य निर्माण में भरोसा रखता है। और इन्वेस्टर्स का ट्रस्ट जीतता है
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर अपनी रिस्क पर निवेश करें ।
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